रेल व्हील संयंत्र, बेला भारतीय रेल की एक उत्पादन इकाई हो जाने का प्रस्ताव है. यह बिहार (भारत) में सारण जिले के दरियापुर ब्लॉक में बेला पर स्थित है. इस संयंत्र की आधारशिला रेलवे श्री लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री द्वारा 2008 में रखी गई थी. यह लगभग 1500 करोड़ रुपए की लागत पर बनाया जा रहा है. यह 295 एकड़ जमीन का एक भूमि क्षेत्र में फैला हुआ है. परियोजना का काम कार्यशाला परियोजना / भारतीय रेलवे, पटना के द्वारा देखा जा रहा है. वर्तमान में, परियोजना का काम जारी है और पहिया का परीक्षण उत्पादन किया जा रहा है.
निर्माण
रेल व्हील संयंत्र का निर्माण जुलाई 2008 में शुरू किया था. इस संयंत्र का उत्तरी बिहार में औद्योगिकीकरण को पुनर्जीवित करने के लिए एक कदम है. भारतीय रेलवे एम / एस लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड को ईपीसी अनुबंध के रूप में इस परियोजना देने से इतिहास रच दिया. यह एक अत्यधिक परिष्कृत कारखाना बिना किसी विदेशी सहयोग के स्थापित किया गया है जो की कि भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार हुआ है. यह रेलवे इंजीनियरों और विश्व प्रसिद्ध भारतीय कंपनी की विशेषज्ञता के हाउस की क्षमता की वजह से संभव हो पाया है.
यह क्षेत्र दोनों पक्षों से नदी निकायों से घिरा हुआ है, जो इस तरह के एक मुश्किल साइट में सिविल कार्य शुरू करने के लिए बड़ी चुनौती थी. जटिलता को जोड़ने के लिए, संयंत्र की ऊंचाई नदी तल की तुलना में कम थी. इसके अलावा लूज मिट्टी की भार वहन क्षमता में वृद्धि के लिए पत्थर कोलुमनिंग का इस्तेमाल किया,